भारत सरकार के द्वारा रिसेंटली पार्लियामेंट में एक सवाल को लेकर जवाब दिया गया। जिसे लेकर काफी चर्चा चल रही हैं। सरकार का कहना हैं,कि Loan Write – Off Banks Lost Rs 12 Lakh Crore In 10 Years – पिछले 10 वर्षों में भारतीय बैंकों ने 12 Lakh Crore रुपए का लोन हैं,वो राइट ऑफ किया हैं । जिसमें से आधा PSU Banks हैं।
उन्होंने ने पिछले 5 वर्षों में माफ किया हैं। तो क्या जो Indian Bank Write – Of कर रहा हैं। तो 12 Lakh Crore रुपए कभी नहीं आएंगे।
wav -Of और Write – Of में Deference क्या हैं ? और कैसे ये किया जाता हैं ?
सरकार का यह कहना हैं ,पार्लियामेंट में एक सवाल पूछा गया कि आखिरकार भारतीय बैंकों के द्वारा कितना Loan Write – Of किया गया हैं ? बोला गया हैं,कि 2014 – 15 से लेकर 2023 – 24 के बीच में Last year तक तो लगभग 21.3 Lakh Crore का जो लोन हैं। वो Write – Of किया गया हैं।
जिसमें से जो PSU Banks हैं, जैसे SBI,PNB ये टोटल अगर आप PSU Banks का देखो तो पिछले पाच वर्षों में 2019 – 20 से 2023 – 24 के बीच में 6.5 Lakh Crore का Loan PSU Banks ने माफ किया हैं । जो टोटल Write – Of हैं,उसका 53% सिर्फ 5 वर्षों में PSU Banks ने किया हैं।
और बताया जा रहा हैं ,कि जो Loan का Write – Of हैं। वो एकदम Peaked पर पहुंचा था। 2018 -19 में 12.3 Lakh Crore Loan के Write – Of की जो 2018 – 19 में 2.4 Lakh Crore rupees माफ किए गए थे। सबसे ज्यादा माफ 2018-19 में किया गया था। तो Last Year 2023 – 24 में ये Lowest Level पर आया हैं ।
और 2023 – 24 में 1.7 lakh का जो Loan हैं,Write – Of किया गया हैं ।और हमारे देश के अंदर जो भारतीय बैंकों का टोटल Outstanding हैं। जो भी लोन दिया गया हैं । उसका Total Value हैं, करीब 165 Lakh Crore रुपए, इनमें से 1.7 Lakh Crore रुपए Write – Of किए गए। इसका हुआ 1% ऑफ टोटल बैंक क्रेडिट ।
और आज के Date में PSU Banks को जितना क्रेडिट दिया गया हैं। बैंकों के द्वारा उसमें से PSU Banks का हिस्सा 51% हैं। जो 2022- 23 में कम हुआ हैं ।क्योंकि 2022 – 23 में इनका शेयर 54 % था । ये कम हुआ हैं।
कौन से बैंक ने सबसे ज्यादा पैसा Lose किया हैं ?
पिछले 10 वर्षों में बताया जा रहा हैं । SBI जो देश की सबसे बड़ी बैंक हैं,Banking Activity के Terms में इस Bank ने 2 lakh Crore Write -Of किए हैं। Punjab National Bank ने 94,702 करोड़ Write – Of किया हैं ।और सिर्फ पिछले 5 वर्षों में सबसे ज्यादा Write – Of ही किया गया ।
2019 – 20 से 2023 – 24 के बीच में जिसमें SBI ने 1.46 Lakh Crore हैं। PNB 82,000 Crore हैं । Union Bank of India 82,000 Crore, Bank of Baroda लगभग 77,000 Crore , Bank of India 45,000 Crore और अभी 2024 – 25 का करंट फाइनेंशियल ईयर चल रहा हैं । तो सितंबर तक मतलब पिछले 6 महीने में 42,000 Crore का जो Loan हैं ,वो Write -Of किया गया हैं।
What’s Is Write – Of ? / What Is NPA ?
इससे पहले हमें पता होना चाहिए। Non Performing Sate कोई बैंक हैं, अगर उसने 10,000 भी लोन दिया हैं।वो Expect करेगा कि ₹10,000 Interest के साथ उसके पास आए । अगर ₹12,000। बैंक के पास आने चाहिए, 10,000 प्लस इंटरेस्ट 2,000 तो वो एक्सपेक्ट करेगा।
लेकिन अगर जिसने लोन लिया वो 12,000 से 10,000 भी नहीं Pay कर रहा हैं । तो उस केस में क्या होता हैं ,3 महीने तक कोई भी पैसा बैंक के पास नहीं आया । 3 महीने के बाद उस लोन को जो हैं। Bank Declared करती हैं ।NPA नॉन परफॉर्मिंग एसेट ये डेफिनेशन हैं । जो RBI ने कहा हैं, कि आपको करना पड़ेगा ।
What happens when a loan is written off ?
बैंक राइट ऑफ कब करता हैं ,और क्यों करता हैं ?
Write off का सिंपल अर्थ ये हुआ बैंक अपने balance set में से जो Loan हैं। उसको हटा देता हैं। तो एक होता हैं,asset और दूसरी तरफ होता हैं,आपका lender। तो asset क्या हुआ बैंक अगर अपना पैसा किसी को उधार दे रहा हैं । तो वो बैंक के लिए क्या हैं,asset हैं।और जब आप बैंक में जाकर Deposit करते हैं, पैसा । तो बैंक को लौटाना हैं।तो उसको हम लायबिलिटी कहते हैं। बैंक के पर्सपेक्टिव से,तो जो बैंक लोन दे रहा हैं ,वो क्या हैं ? बैंक के लिए asset हैं।
लेकिन यह asset loss में जा रहा हैं । अगर यह asset की रिकवरी नहीं हो पा रही हैं । तो बैंक ने दिया था 10,000 बैंक के पास वोह नहीं आ रहा हैं ।तो ये क्या बन गया Non Performing asset कि यहां पर बैंक के पास पैसा नहीं आ रहा हैं ।
Write of कर दिया, क्या वो पैसा Recover भी होता हैं ?
Historical Data क्या बताते हैं? तो Historical Data अभी तक यह बता रहे थे। Recover काफी कम हो रही हैं। जैसे कि 2014 – 15 से 2,000 फाइनेंशियल ईयर 2023 तक तो पब्लिक सेक्टर बैंकों ने 10 lakh Crore के आसपास Write – Of किया था।
जिसमें से सिर्फ 1.61 Lakh Crore ही Recover हुए लगभग 15% के आसपास। लेकिन लेटेस्ट पीरियड का अगर आप डाटा देखोगे 2019 – 20 से 2024 – 25 तक ये लास्ट फाइनेंशियल ईयर तक तो करीब 5 Lakh Crore रपए की Recover हुई हैं।
और यह Finance Ministry का कहना हैं। कि Because Of Versus Things That Government Is Doing जैसे कि Insolvency Bankruptcy Code लाया गया। Recover Laws में Amendments किए गए। जो High – Value Cases होते हैं। उसका Jurisdiction बढ़ा दिया गया । For Debt Recovery Tribunals। तो कई ऐसे सिस्टम अपनाए गए हैं। जिसकी वजह से Recovery बढ़ी हैं ।
What’s the current NPA status ?
प्रेजेंट में NPA की हालत क्या हैं ? Non Performing asset की ?
PSU Banks का तो 3.16,332 Lakh Crore अभी भी NPA हैं ।और जो Private PSU Banks की बात करें तो 1.34,339 Lakh Crore रपए का NPA हैं । और Gross NPA Percentage के टर्म में देखे ।तो 3.01% हैं। PSU Banks का NPA 3.01% हैं ।
हर 100 रुपए में से 3 ₹!पब्लिक सेक्टर बैंक के पास नहीं आ रहे हैं। और ये फिगर में करीब 14.5 % था 2018 में । कितना ज्यादा हुआ करता था। तो ये कम हुआ हैं।वहीं Private Sector Banks का भी 9% -10 % चला गया था। और यह घटकर अब हो गया 1.86% तो ये करंट सिचुएशन हैं । NPA का तो क्या होता हैं, जब NPA Reduce होता हैं । तो एक तरह से बैंकों का जो प्रॉफिट हैं।वो भी इंक्रीज होने लगता हैं।
2023-24 में Last Financial Year में आज तक का highest ever net profit देखा गया । Public sector banks में करीब 1.41 Lakh Crore का। और अभी 2024-25 की Current Financial year की सितंबर महीने तक 85,520 Crore का net Profit हुआ हैं। Read More